Saturday, March 25, 2023

Wasim Akram: वसीम अकरम ने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान पर लगाए दुर्व्यवहार के संगीन आरोप, जाने क्या है पूरा मामला ?

पाकिस्तानी पूर्व क्रिकेटरस जो अकसर भारतीय क्रिकेटर और भारतीय क्रिकेट मैनेजमेंट पर टिप्पणी कर चर्चा में बने रहते है, वह इस समय अपने ही देश के पूर्व क्रिकेटर पर संगीन आरोप लगा चर्चा में बने हुए है। बता दे पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने अपने ही देश के पूर्व कप्तान सलीम मलिक पर दुर्व्यवहार के संगीन आरोप लगाए हैं। उन्होंने सलीम मलिक को लेकर कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। दरअसल, सलीम मलिक ने पाकिस्तान के लिए 1982 में डेब्यू किया था। उसके दो साल बाद यानी 1984 में अकरम ने डेब्यू किया। अपनी जीवनी ‘सुल्तान: ए मेमॉयर’ में अकरम ने खुलासा किया कि मलिक अपनी वरिष्ठता का फायदा उठाकर उनके साथ एक ‘नौकर’ की तरह व्यवहार करते थे।

 

नकारात्मक और स्वार्थी थे और मेरे साथ नौकर की तरह व्यवहार करते थे सलीम मलिक

अकरम ने किताब में लिखा है- वह मेरे जूनियर स्टेटस का फायदा उठाते थे। वह नकारात्मक और स्वार्थी थे और मेरे साथ नौकर की तरह व्यवहार करते थे। उन्होंने मुझसे कहा कि मैं उनकी मालिश करूं। उन्होंने मुझे अपने कपड़े और जूते साफ करने के आदेश दिए। मैं गुस्से में था जब रमीज राजा, ताहिर, मोहसिन, शोएब मोहम्मद जैसे कुछ युवा सदस्यों ने मुझे नाइट क्लब में आमंत्रित किया।

कई समय तक साथ खेले वसीम अकरम और सलीम मलिक 

वसीम अकरम और सलीम मलिक कई समय तक साथ खेले, लेकिन दोनों के खेलने के दिनों में बातचीत नहीं होने की खबरें भी सामने आती थीं। 1992-1995 तक वसीम अकरम सलीम मलिक के नेतृत्व में भी खेले। मलिक की कप्तानी में पाकिस्तान ने 12 में से सात टेस्ट जीते और 34 वनडे मैचों में से 21 जीते। वर्ष 2000 में मलिक को मैच फिक्सिंग का दोषी पाया गया और उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया।

अकरम और वकार यूनुस के असभ्य व्यवहार की सलीम मलिक ने की थीआलोचना

हालांकि, इसके बाद सलीम मलिक ने वसीम अकरम और वकार यूनुस के असभ्य व्यवहार की खूब आलोचना की थी। सलीम मलिक ने तो यहां तक कह दिया था कि जब वह कप्तान थे तो अकरम उनसे बात करने से भी परहेज करते थे, क्योंकि वसीम कप्तान बनने पर नजर बनाए हुए थे।

मुझसे बात नहीं कर रहा थे वसीम

सलीम मलिक ने इस साल की शुरुआत में कहा था- जब मैं वसीम को गेंद सौंपने जाता था तो वह मुझसे गेंद छीन लेता था, क्योंकि वह मुझसे बात नहीं कर रहा था। गुस्सा था क्योंकि मैं कप्तान बन गया था, जबकि वसीम और वकार कप्तान बनना चाहते थे। वे दोनों मुझसे बात नहीं कर रहे थे और फिर भी हमने सीरीज जीत ली। वसीम मुझसे गेंद छीन लेता और चला जाता और मैं उसके साथ-साथ चलता। वसीम मुझसे बात नहीं कर रहा था। सलीम ने कहा- मैं उससे कहता था वसीम तुम दुनिया के नंबर एक गेंदबाज हो। मैं उससे यह कह रहा हूं और वह गुस्से में अपने रन-अप की ओर बढ़ रहा था। मैंने फिर कहा तुम नंबर वन गेंदबाज हो, तुम उसे आउट कर दो। तुम्हारे पास अपनी प्रतिष्ठा है।
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